लंदन में सम्पत्ति ख़रीदने के मामले में रॉबर्ट वाड्रा की मुश्किलें बढ़ सकती हैं. प्रवर्तन निदेशालय ने इस सिलसिले में रॉबर्ट वाड्रा के सहयोगी सीसी थंपी को गिरफ्तार किया है.
इंडियन एक्सप्रेस के मुताबिक, एनआरआई क़ारोबारी पर लंदन में रियल इस्टेट में रॉबर्ट वाड्रा के निवेश में मदद करने का आरोप है.
प्रवर्तन निदेशालय का दावा है कि थंपी सवालों के जवाब देने में टाल-मटोल कर रहे थे. प्रवर्तन निदेशालय थंपी के ख़िलाफ़ फेमा उल्लंघन और हवाला के कई मामलों की जांच कर रही है.
लंदन में कथित रूप से घर ख़रीदने के मामले में वाड्रा पर मनी लॉन्डरिंग का मामला चल रहा है. वाड्रा इन आरोपों को सिरे से ख़ारिज करते रहे हैं.
नागरिकता संशोधन क़ानून के ख़िलाफ़ जारी प्रदर्शनों के बीच दिल्ली के पूर्व लेफ्टिनेंट गवर्नर नजीब जंग ने कहा है कि क़ानून में सुधार करके इसे समावेशी बनाने की ज़रूरत है.
इंडियन एक्सप्रेस की ख़बर के मुताबिक, जामिया मिल्लिया इस्लामिया में प्रदर्शनकारियों को संबोधित करते हुए नजीब जंग ने कहा, ''मुझे लगता है कि नागरिकता संशोधन क़ानून में सुधार करने की ज़रूरत है. इसमें या तो मुसलमानों को शामिल किया जाए या बाकी धर्मों के नाम भी हटा दें.''
सरकार की ओर से पहल पर ज़ोर देते हुए नजीब जंग ने कहा, ''यदि प्रधानमंत्री मोदी इन लोगों को बुलाते हैं, उनसे बात करते हैं तो ये मामला सुलझ जाएगा.''
जामिया के वाइस-चांसलर रहे नजीब जंग ने सवाल किया कि केंद्र सरकार विरोध प्रदर्शन करने वालों से बात क्यों नहीं कर रही है, जबकि पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह की सरकार ने उस समय भी प्रदर्शनकारियों से बात की थी जब अन्ना हज़ारे के नेतृत्व में भ्रष्टाचार विरोधी आंदोलन जारी था.
नजीब जंग ने अपने संबोधन के बीच में संविधान की प्रस्तावना भी पढ़ी और अपनी बात का समापन भारत के राष्ट्रगान के साथ किया.
दिल्ली में होने वाले विधानसभा चुनाव से ठीक पहले भाजपा और अकाली गठबंधन टूट गया है जो 21 साल तक कायम रहा.
दैनिक जागरण की ख़बर के मुताबिक, शिरोमणि अकाली दल ने विधानसभा चुनाव में भाजपा से ख़ुद को अलग करने का फ़ैसला किया है.
शिरोमणि अकाली दल नागरिकता संशोधन क़ानून (सीएए) पर भाजपा से सहमत नहीं है.
अकाली दल के नेता मनजिंदर सिंह सिरसा ने ऐलान किया कि पार्टी ने दिल्ली विधानसभा चुनाव न लड़ने का फैसला किया है.
उन्होंने कहा, ''बीजेपी के साथ बैठक के दौरान संशोधित नागरिकता क़ानून के हमारे रुख़ पर पुनर्विचार करने को कहा गया. लेकिन हमने मना कर दिया.''
विधायक मनजिंदर सिंह सिरसा ने कहा है कि दिल्ली में पार्टी का रुख़ वही है, जो सुखबीर सिंह बादल का है और इस हिसाब से सभी धर्मों को सीएए में शामिल करना चाहिए.
हिंदुस्तान में प्रकाशित ख़बर के मुताबिक, भारत में 63 अरबपतियों के पास 2018-19 के आम बजट की राशि 24,42,200 करोड़ से भी ज़्यादा दौलत है.
ऑक्सफेम के अध्ययन में ये बात सामने आई है जिसमें कहा गया है कि भारत में एक फीसदी अमीरों के पास 70% गरीब आबादी की तुलना में चार गुना से ज्यादा पैसा है.
ऑक्सफेम ने विश्व आर्थिक मंच की बैठक से पहले जारी किए गए 'टाइम टू केयर' में कहा है कि आर्थिक असमानता दुनियाभर में तेजी से बढ़ी है.