Wednesday, January 23, 2019

社評﹕決策朝令夕改顯弱點 政府諸事不順非偶然

【明報社評】踏入2019年,政府「諸事不順」,短短一個月,先有長者綜援風波,後有三隧分流議案暫時撤回,無論中環繞道通車還是「關愛共享」派錢安排均見混亂,市民怨言甚多。每宗事件表面獨立,實際卻如一塊塊拼圖,將特區政府施政問題鋪陳出來。政府雖有看大局做實事之心,然而政治手腕不足,處理行政立法關係欠缺技巧, 陷入政治麻煩。政府為了緩和行政立法對立,減少施政壓力,唯有在政策和原則方面退讓,決策朝令夕改。妥協方案倉卒達成,具體執行難免易生問題,加上官僚思慮不周、應變能力不足,更令公眾懷疑政府整體的執行能力。

政府向政黨示好

立法會原定今天審議政府三隧分流議案,昨天早上,高官還強調政府立場清晰,即使議員支持度比較薄弱,「只要有一絲希望,當局仍會游說議員」,未料下午政府突以動議未獲議會足夠支持為由,暫時撤回議案,未來一兩個月,當局將繼續游說。建制泛民齊表歡迎,有議員美言政府已盡努力、撤回議案明智;亦有議員話不留情,表示方案「不得人心」,要求政府勿向立法會再交同一方案。

三隧分流收費方案建基科學計算,務求達到最佳化效果,最符合大我利益,學者、專業團體、的士團體等均表贊同,可是各大政黨均不願支持。有議員透露,昨天中午政府仍在促請各方支持方案,到下午卻忽然另有決定。政府朝令夕改,葫蘆裏賣什麼藥,外界無從得知,既可能是有人要求政府押後表決,亦有可能是政府主動退讓,向政黨示好,以免最近行政立法緊張關係進一步惡化。

近月政府再推三隧分流,一大原因是中環繞道開通,未料通車首兩天,繞道出現擠塞混亂,有議員打蛇隨棍上,聲稱繞道開通即令西隧擠塞,政府三隧分流方案成效存疑,云云。中環繞道耗時10年興建,政府部門思慮不周,路面指示有欠清晰,事先亦沒好好宣傳提醒司機留意道路安排,反映官僚辦事不力,可是若說繞道通車有混亂,是政府暫撤三隧分流議案的原因,似乎亦說不通,畢竟工作人員夤夜補救後,昨天繞道交通大致暢順,再無「甩轆」,政府可以理直氣壯,堅持三隧分流方案去馬。

三隧分流方案最大得益者是巴士小巴乘客,他們是社會沉默大多數,相比之下,私家車主受影響最大,難免大聲喊痛。對政黨來說,支持三隧分流未必能多贏選票,可是卻一定得罪車主。政府態度是將皮球踢給立法會,立法會通過便做,否決便休提,不少政客質疑這是「擺他們上枱」,「逼他們表態」。政黨政客愛講道德高地,又要緊盯選票,現在政府暫撤議案,立法會毋須表決,政黨可以鬆一口氣,避免因為投票反對議案,惹來「為小我捨大我」的批評。

政府忽然轉軚,官員說辭邏輯混亂,一時重申方案調整空間近乎零,一時又說可以「求大同存小異」。三隧分流方案並非街市買餸,短短個多月,看不到政府可以提出截然不同方案,不過下月發表的財政預算案,仍有機會幫政府一把,說到底不少政黨最關心「成功爭取」,關鍵在於政府拿什麼交換。

今次政府轉軚相當戲劇化,令人想起去年財政預算案,政府最初強調「應使則使」不會全民派錢,最終抵不住民粹壓力,推出「關愛共享計劃」,變相全民派錢至少4000元。兩件事雷同之處,在於政府原本按立場原則辦事,可是當泛民建制政黨出於選票考慮,站在同一陣線,政府寸步難行,唯有讓步息事寧人。

由於妥協方案總是倉卒達成,執行起來必然諸多問題,「關愛共享計劃」正是典型例子。為了這項一次過的派錢安排,政府花了大半年時間籌備,包括增聘人手、設立辦事處、編寫電腦程式系統等,整個派錢計劃行政費用至少3億元。近日政府開始接受市民申請,然而行政安排混亂,政府預計300萬人申請,已印製的表格只有百多萬份,派表首日「倒瀉籮蟹」,多區民政諮詢中心均未預留足夠表格,市民不能網上申請,政府解釋設立網上申請系統要招標,走完程序需時一年半。全民派錢不應恆常化,當日政府為求脫困答應派錢,後遺症就是給自己留下「行政陷阱」。

政府願意投資未來、正視人口老化、處理隧道擠塞,本屬好事,問題是當局欠缺政治手腕。政府在立法會「有權無票」,要推動一些易惹爭議的政策,本已困難重重,倘遇官員失言,議員老羞成怒,施政更易觸礁。過去數周,政府與立法會關係急轉直下,政府悄悄上調長者綜援年齡,立法會被「過了一戙」,議員餘怒未消,如果政府堅持表決三隧分流方案,行政立法關係可能更糟。昨天政府宣布暫撤三隧分流議案,官員再三強調「尊重議會」,頗有讓議員們消消氣之意,至於政府會否擇善固執,堅持原有分流方案,還是像去年全民派錢一樣,在政黨壓力下妥協,則要拭目以待。

Monday, January 14, 2019

मुग़लकाल के गज़ट में मिलता है कुंभ मेले का पहला विवरणः नज़रिया

संगम की रेत पर एक बार फिर कुंभ मेला सज गया है. यूं तो यह अर्ध कुंभ है, लेकिन उत्तर प्रदेश सरकार ने इसे कुंभ कहने की घोषणा कर दी है.

यही नहीं अब पूर्ण कुंभ को महाकुंभ कहा जाएगा. दरअसल यूनेस्को ने कुंभ मेले को वैश्विक सांस्कृतिक धरोहर घोषित किया तो सरकार को लगा कि इससे बेहतर ब्रैंडिंग का कोई और जरिया हो ही नहीं सकता.

आखिर बिना किसी निमंत्रण के लाखों लोग यहां पहुंचते जो हैं.

चुनावी साल में पड़े इस कुंभ मेले को केन्द्र और प्रदेश की सरकार किसी मेगा इवेंट से कम नहीं समझ रही है. यही वजह है कि पहले के कुंभ मेलों से कहीं अधिक बजट वाला मेला है यह.

मत्स्य पुराण वर्णित समुद्र मंथन की कथा के अनुसार अमृत कलश को पाने के लिए राक्षसों और देवताओं के बीच बारह बरस तक संघर्ष चला.

इस संघर्ष में भारत के चार स्थानों पर अमृत की बूंदें छलक गईं.

इन्हीं चार स्थानों यानी प्रयागराज (इलाहाबाद), हरिद्वार, नासिक और उज्जैन में नदियों के तट पर हर बारह बरस पर कुंभ मेले का आयोजन होता है.

ज्योतिष मानते हैं कि कुंभ के आयोजन में वृहस्पति ग्रह की स्थिति बहुत मायने रखती है.

जब यह ग्रह मेष राशि में होता है तो प्रयाग में पूर्ण कुंभ और जब वृश्चिक राशि में होता है तो अर्ध कुंभ. इस आधार पर यह अर्ध कुंभ है.

महत्वपूर्ण यह भी है कि अर्ध कुंभ और कल्पवास की परम्परा केवल प्रयाग और हरिद्वार में ही है. इतिहासकारों की माने तो कुंभ मेले का पहला विवरण मुग़लकाल के 1665 में लिखे गए गज़ट खुलासातु-त-तारीख में मिलता है.

कुछ इतिहासकार इस तथ्य को विवादित करार देते हैं, वे पुराणों और वेदों का हवाला देकर कुंभ मेले को सदियों पुराना बताने से नहीं चूकते.

बहरहाल इतिहासकार यह भी मानते हैं कि उन्नीसवीं शताब्दी में बारह बरस में मिलने वाले धर्माचार्यों को जब लगा कि उन्हें बीच में भी एक बार एकत्र होना चाहिए तो छह बरस पर अर्ध कुंभ की परम्परा डाल दी.

इन सारी मान्यताओं को किनारे रख उत्तर प्रदेश सरकार ने यह आदेश दिया है कि अर्ध कुंभ को कुंभ और पूर्ण कुंभ को महाकुंभ कहा जाएगा.

यह बात और है कि पिछले दिनों संगम तट पर अपने सम्बोधन में प्रधानमंत्री ने इस मेले को अर्ध कुंभ ही कहा.

बहरहाल प्रयागराज के संगम तट पर कुंभ मेला शुरू होने जा रहा है. मेले के प्रमुख आकर्षण नागा माने जाने वाले सभी अखाड़े अपनी-अपनी पेशवाई करके कुंभ मेले में अपने-अपने शिविरों में पहुंच चुके हैं.

साधु, संतों और धर्माचार्यों के इन अखाड़ों के केन्द्र में नागा साधु होते हैं. माना जाता है कि सनातन धर्म की रक्षा के उद्देश्य से इन साधुओं की परम्परा शुरू हुई.

वर्षों पहले शुरू हुई अखाड़ों की इस परम्परा में पहले दस अखाड़े ही थे, लेकिन धीरे-धीरे यह संख्या बढ़ती गई और इस समय पन्द्रह अखाड़े अस्तित्व में हैं.

सनातन धर्म के शैव, वैष्णव व उदासीन सम्प्रदायों के अखाड़ों के अतिरिक्त सिखों का भी अपना अखाड़ा है, जो सन 1855 से ही कुंभ मेले में भाग ले रहा है.

Monday, January 7, 2019

ऐतिहासिक जीत के बाद विराट ने अपनी ब्रिगेड को कराया डांस

भारतीय क्रिकेट टीम ने 72 साल के लंबे इंतजार को खत्म करते हुए ऑस्ट्रेलियाई सरजमीं पर पहली बार टेस्ट सीरीज जीतकर सोमवार को अपने क्रिकेट इतिहास में स्वर्णिम अध्याय जोड़ा. सिडनी क्रिकेट ग्राउंड पर चौथा और अंतिम टेस्ट मैच खराब मौसम और बारिश के कारण ड्रॉ छूटा और इस तरह से भारत सीरीज 2-1 से अपने नाम करने में सफल रहा. इसके साथ ही उसने बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी भी अपने पास बरकरार रखी. भारत ने 2017 में अपने घरेलू मैदानों पर सीरीज 2-1 से जीतकर यह ट्रॉफी जीती थी.

ऑस्ट्रेलिया की धरती पर ऐतिहासिक जीत के बाद टीम इंडिया के कप्तान विराट कोहली ने अपनी ब्रिगेड को सिडनी क्रिकेट ग्राउंड पर जमकर डांस कराया. क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया की ऑफिसियल वेबसाइट cricket.com.au ने टीम इंडिया की इस जीत के बाद उनका वीडियो शेयर किया है. आपको बता दें कि भारत ने स्वतंत्रता मिलने के कुछ दिन बाद पहली बार 1947-48 में लाला अमरनाथ की अगुवाई में ऑस्ट्रेलिया का दौरा किया था. तब उसका सामना सर डॉन ब्रैडमैन की अजेय ऑस्ट्रेलियाई टीम से था. तब से लेकर अब जाकर भारत का सीरीज जीतने का इंतजार विराट कोहली की टीम ने खत्म किया.

ऐतिहासिक जीत के बाद टीम इंडिया के कप्तान विराट कोहली ने कहा, ‘सबसे पहले मैं यह कहना चाहता हूं कि मुझे इस टीम का हिस्सा होने पर कभी इतना अधिक गर्व नहीं हुआ जितना अभी इस समय हो रहा है. हमने एक संस्कृति विकसित की. हमारे बदलाव की शुरुआत यही पर हुई थी जहां मैंने कप्तान पद संभाला था और मुझे विश्वास नहीं हो रहा है कि चार साल बाद हम यहां जीतने में सफल रहे. मैं केवल एक शब्द कह सकता हूं कि मुझे इस टीम की अगुवाई करने में फख्र महसूस होता है. यह मेरे लिए सम्मान है. खिलाड़ियों के प्रयास से ही कप्तान अच्छा साबित होता है.’

भारत के पास सीरीज 3-1 से जीतने का मौका था, लेकिन बारिश ने उसकी उम्मीदों पर पानी फेर दिया. भारत ने अपनी पहली पारी सात विकेट पर 622 रन बनाकर समाप्त घोषित की थी जिसके जवाब में ऑस्ट्रेलिया 300 रन पर आउट हो गया और उसे अपनी धरती पर पिछले 30 साल में पहली बार फॉलोऑन के लिए उतरना पड़ा. ऑस्ट्रेलिया ने दूसरी पारी में बिना किसी नुकसान के छह रन बनाए. बारिश की वजह से पांचवें और अंतिम दिन का खेल नहीं हो पाया और अंपायरों ने लंच के बाद मैच ड्रॉ करने का फैसला किया.

भारतीय टीम ने SCG पर विजय का जश्न बनाया तथा भारत और ऑस्ट्रेलिया के प्रशसंकों ने तालिया बजाकर उनका साथ दिया. भारत के महानतम सलामी बल्लेबाज सुनील गावस्कर ने कहा, ‘यह भारतीय क्रिकेट के लिए ऐतिहासिक क्षण है.’ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाजी इतनी कमजोर थी कि अगर पूरे दिन का खेल हुआ होता तो भारत चौथा टेस्ट मैच भी जीत जाता. ऑस्ट्रेलिया को निश्चित तौर पर प्रतिबंधित स्टीव स्मिथ और डेविड वॉर्नर की कमी खली, लेकिन इससे कोहली और उनकी टीम की उपलब्धि को कम करके नहीं आंका जा सकता है.

इस जीत को भारत की विदेशों में ऐतिहासिक विजय में शामिल किया जाएगा. इसे अजित वाडेकर की टीम की 1971 में वेस्टइंडीज और इंग्लैंड में, कपिल देव की टीम की 1986 में इंग्लैंड में और राहुल द्रविड़ की अगुवाई वाली टीम की 2007 में इंग्लैंड में जीत की बराबरी पर रखा जाएगा. भारत ने चौथे टेस्ट मैच से पहले सीरीज में 2-1 की अजेय बढ़त बना ली थी. भारतीय टीम ने एडीलेड में पहला टेस्ट मैच 31 रन से जीता था. ऑस्ट्रेलिया ने पर्थ में दूसरे टेस्ट मैच में 146 रन से जीतकर वापसी की, लेकिन भारत ने मेलबर्न में तीसरा मैच 137 रन से अपने नाम करके इतिहास रचने की तरफ मजबूत कदम बढ़ाए थे.

社科院:不宜对“五一”、暑期旅游市场反弹预期过于乐观

  中新社北京4月21日电 (记者 陈溯)中国 世界卫生组织与 色情性&肛交集合 美国的摩擦本 色情性&肛交集合 月越演越烈, 色情性&肛交集合 特别是在4月中旬,美国总统特朗 色情性&肛交集合 普宣布冻结美国给予世卫 色情性&肛交集合 的资金补助引起 色情性&肛交集合 轩然大...